फ्रांस की क्रांति


       ( राजनीतिक कारण) 

(1) बूर्वो शासकों का निरंकुश शासन- फ्रांस के बूर्वो वंशीय राजा पूर्ण निरंकुश राजतंत्र में विश्वास करते थे। वे राजा की दैवीय अधिकारों के समर्थक थे और स्वयं को एकमात्र ईश्वर के प्रति उत्तरदाई मानते थे|

(2) दोषपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था-

फ्रांस की प्रशासनिक व्यवस्था बड़ी दोषपूर्ण थी। प्रशासन का ढांचा अव्यवस्थित तथा अक्षमता था स्थानीय प्रशासन के लिए फ्रांस को प्रांतों में बांटा गया था प्रांतों में संसद तथा गवर्नर थे परंतु शासन के वास्तविक कार्य इनकी हाथों में नहीं थे। प्रांतों को जिलों में विभक्त किया गया था जिलों के अधीक्षक इंण्टेंण्डेण्ड कहलाते थे इनकी नियुक्ति राजा के द्वारा की जाती थी और यह उसी के प्रति उत्तरदाई थे इंण्टेंण्डेण्ड की शक्ति असीमित थी प्रजा में यह अधिक लोकप्रिय नहीं थे|

    (सामाजिक कार्य) 

(1)चर्च तथा पादरी वर्ग-

फ्रांसीसी समाज में पादरियों का स्थान बड़ा ही महत्वपूर्ण था| यह फ्रांस का प्रथम वर्ग था चर्च फ्रांस की बड़ी महत्वपूर्ण संस्था थी |राजा के पश्चात समाज में इन्हीं का स्थान आता था चर्च के पास अतुल धन संपत्ति थी|

(2) सामंत या कुलीन वर्ग-

फ्रांस का दूसरा वर्ग विशेषाधिकारयुक्त सामंतों या कुलीनो का था सामंतों के पास मध्ययुग राजनीतिक तथा सैनिक शक्ति नहीं रह गई थी परंतु उनकी संपत्ति तथा विशेषाधिकार यथावत बनी रहे राज्य में सेना तथा शासक के समस्त उच्च पदों पर इन्हीं का अधिकार था समाज में इस वर्ग को बड़ी प्रतिष्ठा प्राप्त थी कई सामन्तों ने अपनी भूमि किसानों को बेच दी थी परंतु अपने विशेष अधिकारों का प्रयोग करके किसानों से कर तथा भेट प्राप्त करते थें|

     ( आर्थिक कारण) 

(1)दीर्घकालीन खर्चीली युद्ध-

लुई 14 वें में को उत्तराधिकार में सुसंगठित राज्य प्राप्त हुआ परंतु दीर्घकालीन खर्चीली युद्ध के कारण राजकोष रिक्त हो गया अपने अंतिम दिनों में उसने फ्रांस की बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति को समझ लिया था तथा अपने उत्तराधिकारी को युद्ध से दूर रहने की सलाह दी थी परंतु लुई15 वें ने इस परामर्श की उपेक्षा की|

(2) बूर्वो शासकों की विलासिता-

बूर्वो शासकों की विलासिता तथा उनके लिए किए गए अत्यधिक व्यय के कारण फ्रांस का राज कोष रिक्त हो गया| लुई 14 वें ने करोड़ों रुपए वर्साय का राजमहल बनाने तथा अपनी विलासिता के साधन जुटाने में व्यय कर दिया |लुइ 15 वा भी अत्यधिक विलासिता लुइ 16 में ने आर्थिक स्थिति को सुधारने का प्रयास किया परंतु उसने अपनी विलासिता पर होने वाले व्यय में कमी नहीं की|



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